
ध्यान रहे टेलिकॉम कंपनियों पर एजीआर का कुल बकाया 1.69 लाख करोड़ है जिसमें कंपनियों द्वारा 30,254 करोड़ रुपये ही अब तक चुकाए जा सके हैं. कंपनियों को राशि का 10 फीसदी इस वित्तीय वर्ष में तथा शेष रकम आगे के वित्तीय वर्षों में चुकानी हैं.
पिछले कुछ वर्षों में स्मार्टफोन यूजर की संख्या और डाटा खपत में काफी वृद्धि देखने को मिली है. लॉक डाउन के दौराम भी टेलिकॉम कंपनियों के प्रति ग्राहक राजस्व में सुधार हुआ है फ़िर भी कम्पनियों द्वारा दरों को बढ़ाने का फ़ैसला जहाँ एक तरफ आम जन की जेब ढीली कर सकता है वहीं बढ़ते खर्चों के बीच इसका असर प्रति ग्राहक राजस्व पर भी देखने को मिल सकता है.