उत्तराखंड:- फरवरी में दिसंबर से मार्च तक के बिलों का वितरण होना है। बताया जा रहा है कि अभी तक पेयजल निगम की ओर से बिलों का प्रारूप ही तैयार नहीं किया और न ही वितरण की व्यवस्था की है। लिहाजा निगम की यह लापरवाही करीब 16 हजार उपभोक्ताओं पर भारी पड़ना तय है।
घरेलू उपभोक्ताओं का 4 माह का बिल करीब 1200 रुपये आता है। इस लिहाज से कार्मिशियल उपभोक्ताओं का बिल काफी ज्यादा है। लिहाजा उन्हें 8 माह का एक साथ बिल भरने में आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। वहीं पेयजल निगम पहली बार बिलों का वितरण करेगा। लिहाजा बिलों का वितरण सही ढंग से होने पर भी संशय है।
बिलिंग की व्यवस्था को लेकर तेजी से काम किया जा रहा है। बिलों के वितरण के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। जल्द ही कंपनी का चयन पानी के बिलों के वितरण की व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी। फरवरी में पिछले और नए बिलों का वितरण एक साथ शुरू कराने का प्रयास किया जाएगा।