उत्तराखंड:- कोरोना काल में काम करने के तरीकों में भारी बदलाव देखने को मिले हैं। बच्चों की पढ़ाई हो या फिर ऑफिस का कामकाज, जहां तक संभव हो सकता है काम करने का तरीका ऑनलाइन हो चला है।
इसका असर ड्राइविंग लाइसेंस बनाने पर भी पड़ा है। जिसके बाद ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना पहले की तुलना में बहुत आसान हो गया है। कुछ राज्यों में तो ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए अब सिर्फ ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जा रहे हैं।
इसके अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों ने फैसला किया है कि अब वो लर्निंग लाइसेंस और गाड़ियों के पंजीयन जैसे नियमों में बदलाव को लागू करेंगे।
दिल्ली परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत का कहना है कि दिल्ली में अभी तक 13 RTO काम कर रहे हैं, जिनमें ड्राइविंग लाइसेंस, अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस, वाहनों का पंजीकरण और परिचालक लाइसेंस आदि जारी करने का काम किया जा रहा है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश जैसे राज्यों ने भी अब हर जिले में ड्राइविंग सेंटर खोलने का फैसला किया है।