राष्ट्रीय स्तर के जादूगर कई पुरस्कारों मे से अलंकृत अध्यात्मिक पिपाशा के कारण पूर्णता सन्यासी हो चुके, राही ज्ञानानंद स्वर्ग आश्रम 9 नंबर कुटिया में रह रहे हैं, इन्होंने स्वर्ग आश्रम के प्रबंधक वॉल पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें उनकी उम्र और स्वास्थ्य के अनुकूल भोजन नहीं किया जा रहा है ! जिससे भोजन के कारण उनके स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने मांग की है कि उन्हीं के जैसे कई साधु भोजन के कारण बीमार हो चुके हैं , लेकिन प्रबंधक वर्ग उनकी और कोई ध्यान नहीं दे रहा है उन्होंने मांग की है कि सभी संतो को उचित भोजन उपलब्ध करवाए गए उन्होंने कहा कि उनका अनिश्चितकालीन है। साथ ही स्वर्ग आश्रम प्रबंधकों द्वारा पूर्व में संत दुर्गानंद को भी उनकी कुटिया से बाहर निकाला था !
