Doononline: 27 साल की उम्र में रोशनी नादर मल्होत्रा जब पिता की कंपनी एचसीएल टेक्नोलाजीस की सीईओ बनी, तब औद्योगिक दुनिया ने पहली बार उनका नाम सुना था। वे अब एक बार फिर देश की सबसे अमीर महिला चुनी जाने पर चर्चा में आ गई हैं। उनके पास 54,850 करोड़ रुपये की संपत्ति है। पिछले साल फोब्र्स ने जब दुनिया की सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची प्रकाशित की तो उसमें भी रोशनी 54वें स्थान पर थीं। वे इस सूची में लगातार 2017 से 2019 तक बनी रहीं।
दिल्ली में पली बढ़ी रोशनी के पिता शिव नादर आइटी कंपनी एचसीएल के फाउंडर हैं। उनकी स्कूली शिक्षा दिल्ली के ही वसंत वैली स्कूल से हुई। यूएस की नार्थ वेस्टर्न यूनिवर्सिटी से स्नातक करने के बाद उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में स्नातकोत्तर किया।
2009 में वे भारत लौट आईं और उसके बाद पिता की कंपनी की कमान संभाली। तब वे महज 27 साल की थीं। उस वक्त भी उनके नाम एक रिकॉर्ड कायम हुआ कि वे किसी आइटी कंपनी की जिम्मेदारी संभालने वाली पहली महिला लीडर बनीं।
कोरोना के दौर में भी मुनाफा : कोरोना के दौर में जहां कंपनियां डूबने लगी हैं, उस दौर में भी एचसीएल का तिमाही मुनाफा 31.7 फीसदी बढ़कर 2,925 करोड़ रुपये हो गया है। इसका श्रेय रोशनी के नेतृत्व क्षमता को मिला। इसी साल कंपनी के फाउंडर और चेयरमैन शिव नादर के पद से इस्तीफा देने के बाद डायरेक्टर्स ने सर्व सम्मति से रोशनी को इस पद के उपयुक्त मानते हुए कंपनी का CEO बना दिया उनके नेतृत्व में कंपनी की ग्रोथ नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई हैl